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Konkrete Anfrage nach einer Übersetzung an freiberufliche Übersetzer / Übersetzungsagenturen

Hindi > Sanskrit: Translation of a summary, 15 lines ( 347 words)

shankaracharya and the significance of his work done
15 lines ( 347 words)
the text given as sample is all you need to translate (nothing else).Thank you .

Example of text:
आदि शंकराचार्य अद्वैत वेदांत के प्रणेता प्रसिद्ध शैव आचार्य थे। उपनिषदों और वेदांतसूत्रों पर लिखी हुई इनकी टीकाएँ बहुत प्रसिद्ध हैं।
इन्होंने भारतवर्ष में चार मठों की स्थापना की थी जो अभी तक बहुत प्रसिद्ध और पवित्र माने जाते हैं और जिनके प्रबंधक तथा गद्दी के अधिकारी 'शंकराचार्य' कहे जाते हैं।
वे चारों स्थान ये हैं- (१) बदरिकाश्रम, (२) करवीर पीठ, (३) द्वारिका पीठ और (४) शारदा पीठ।
ये शंकर के अवतार माने जाते हैं। इन्होंने ब्रह्मसूत्रों की बड़ी ही विशद और रोचक व्याख्या की है।
शंकर आचार्य का जन्म सन् ७८८ ई. में केरल में कालपी अथवा 'काषल' नामक ग्राम में हुआ था। इनके पिता का नाम शिवगुरु और माता का नाम सुभद्रा था।
संस्कृत में उनके कामों में आत्मा और निर्गुण ब्राह्मण "बिना गुणों के ब्रह्म" की एकता पर चर्चा हुई।
शंकराचार्य के दर्शन एक संपूर्ण दर्शन है जो हिंदुत्व का संपूर्ण विवरण देता है।
शंकराचार्य का मूल योगदान भारतीय दार्शनिक विचारों की उनकी शानदार व्याख्या और अद्वैत या गैर द्वंद्ववाद की अपनी अवधारणा है जो हिंदू धर्मों को धर्मों के देवताओं के बीच एक अनूठी स्थिति प्रदान करता है।
हमले के तहत वैदिक परंपरा के साथ, यह शंकराचार्य की प्रतिभा थी जिसने हिंदू धर्म को फिर से स्थापित किया और ब्राह्मणुत्र, उपनिषद और भगवत गीता पर उत्कृष्ट व्याख्याओं के साथ वैदिक परंपरा को फिर से स्थापित किया।
जोशीमठ उत्तराखण्ड राज्य में स्थित एक नगर है। यहीं आदि शंकराचार्य ने प्रथम मठ की स्थापना की (बदरिकाश्रम) ।
जाड़े के समय इस शहर में बद्रीनाथ की गद्दी विराजित होती है जहां नरसिंह के सुंदर एवं पुराने मंदिर में इसकी पूजा की जाती है।
गोवर्धन मठ भारत के पूर्वी भाग में उड़ीसा राज्य के पुरी नगर में स्थित है।
गोवर्धन मठ के अंतर्गत दीक्षा प्राप्त करने वाले सन्यासियों के नाम के बाद 'आरण्य' सम्प्रदाय नाम विशेषण लगाया जाता है जिससे उन्हें उक्त संप्रदाय का संन्यासी माना जाता है।
शृगेरी शारदा पीठ या मठ कर्नाटक में तुंगा नदी के किनारे स्थिति है।
शारदा मठ सरस्वती का मंदिर है जिसे श्री नारायण गुरु ने केरल में वरकला के पास शिवगिरी नामक गाँव में बनाया था।
द्वारिका पीठ पश्चिमी मठ है जो कि द्वारिका में स्थित है।
द्वारका गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में स्थित एक नगर तथा हिन्दू तीर्थस्थल है। यह सात पुरियों में एक पुरी है।



Sprachrichtung(en)

Hindi > Sanskrit

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